Dosti Shayari

Dosti Shayari || Friendship Shayari || Dosti Status in Hindi 

Friends shayari

Dil se khayal e dost bhulaya na jayega

Seeny main daag hai k mitaya na jayega


دل سے خیال دوست مٹایا نہ جائے گا

سینے میں داغ ہے کے مٹایا نہ جائے گا


दिल से विचार नहीं मिटेंगे

सीने पर निशान नहीं मिटेंगे


Nahi Aati koi Khabar Dushmano ke shehar se

Keh rahay thay tum Nibbat lo pehlay doston se


نہیں آتی خبر کوئی جنگ کی دشمنوں کے شہر سے


 کہہ رہے تھے تم نپٹ لو پہلے دوستوں سے 




युद्ध के दुश्मनों के शहर से कोई खबर नहीं आती है

 वे कह रहे थे कि आपने पहले दोस्तों से बट लिया



دوستی وہ احساس ہے جو


 ہنستے ہوئے چہرے میں چھپے غم کو بھی پہچان لے 



दोस्ती एक एहसास है

 हंसते हुए चेहरे में छिपे दुःख को भी पहचानें



سچا دوست ملنا بہت مشکل ہے


 میں اس لیے حیران ہو تم لوگوں نے مجھے کیسے لیا



सच्चा दोस्त मिलना बहुत मुश्किल है

 मुझे आश्चर्य है कि आप लोग मुझे कैसे ले गए




خدا کرے یہ دوستی اتنی گہری ہو


 وقت تیرا آئے اور موت میری ہو 



यह दोस्ती इतनी गहरी हो सकती है

 आपके लिए समय आ गया है और मृत्यु मेरी है



دشمنوں نے جو دشمنی کی ہے 


دوستوں نے بھی کیا کمی کی ہے



दुश्मनों ने जो दुश्मनी की है

क्या दोस्त छूट गए



ہے مختصر سے اپنی دوستی کی داستان


 ایک دوست کو چا ہا ہے زندگی کی طرح 



यहां आपकी दोस्ती की एक छोटी कहानी है

 जीवन जैसा मित्र चाहिए



اس سے پہلے کہ بے وفا ہو جائیں 


کیوں نہ اے دوست ہم جدا ہو جائیں



इससे पहले कि वे बेवफा हो जाएं

हम हिस्सा क्यों नहीं, दोस्त?



نہ محبت نہ دوستی ہمیں کچھ راس نہیں 


سب بدل جاتے ہیں ہمارے دل میں جگہ بنانے کے بعد


न तो प्यार और न ही दोस्ती हमारे लिए मायने रखती है

हमारे दिल में जगह बनाने के बाद सब कुछ बदल जाता है



دم نہیں کسی میں کہ مٹا سکے ہماری دوستی کو 


زنگ تلواروں کو لگتا ہے جگری یاروں کو نہیں



ऐसा कोई नहीं है जो हमारी दोस्ती को मिटा सके

जंग तलवार लगती है, जिगर नहीं




اکیلا کوئی بھی شیر نہیں ہوتا 


محفلیں یاروں کے ساتھ سجتی ہیں 



कोई अकेला शेर नहीं है

पार्टियों की व्यवस्था दोस्तों के साथ की जाती है



زندہ رہنے کے بہانے ڈھونڈیں


 آؤ دوست پرانے ڈھونڈیں



जिंदा रहने के बहाने ढूंढे

 चलो पुराने दोस्त ढूंढते हैं



وہ دشمن بھی نہیں کرتے 


جو میرے یار کرگئے 


वे दुश्मन भी नहीं बनाते

जिसने मेरा दोस्त बनाया



میری دوستی کا باغ چھوٹا مگر پھول سارے گلاب رکھتا ہوں دوست 


کم ضرور ہیں جو دوست رکھتا ہوں لاجواب رکھتا ہوں 


मेरी दोस्ती का बगीचा छोटा है लेकिन मेरे पास फूल और गुलाब हैं, दोस्त हैं

मेरे कुछ दोस्त जरूर हैं




دوستی عام ہے لیکن اے دوست 


دوست ملتا ہے بڑی مشکل سے



मित्रता सामान्य है लेकिन हे मित्र

दोस्त मिलना बहुत मुश्किल है



یہاں قدم قدم پر نئے فنکار ملتے ہیں 


لیکن قسمت والوں کو سچے یار ملتے ہیں 



यहां आपको नए कलाकार कदम से कदम मिलेंगे

लेकिन भाग्यशाली लोगों को सच्चे दोस्त मिलते हैं



ارادہ تو دوستی کا تھا 


لیکن محبت ہوگی 



इरादा दोस्ती का था

लेकिन प्यार होगा



وقت کی یاری تو ہر کوئی کرتا ہے میرے دوست 


مزا تو تب ہے جب وقت بدل جائے پر یار نہ بدلے 



हर कोई समय से प्यार करता है, मेरे दोस्त

मजा तब है जब समय बदलता है लेकिन दोस्त नहीं बदलता




دل سے خیالِ دوست بھلایا نہ جائے گا


 سینے میں داغ ہے کہ مٹایا نہ جائے 



दिल से दोस्त के विचार को भुलाया नहीं जाएगा

 छाती पर एक निशान है जिसे हटाया नहीं जा सकता है




کب بھلائے جاتے ہیں دوست جدا ہو کر بھی وصی


 دل ٹوٹ تو جاتا ہے رہتا پھر بھی سینے میں ہے 



अलगाव के बाद भी दोस्त कब भूल जाते हैं?

 अगर दिल टूटा हुआ है, यह बना रहता है, लेकिन यह अभी भी सीने में है




جانے کس گلی میں چھوڑ آیا ہوں 


جاگتی ہوئی راتیں ہنستے ہوئے دوست 


کبھی ہنستے تھے ساتھ کبھی لڑتے تھے 


آج انہی دوستوں کے ساتھ ایک پل بتانےکو ترستا ہوں 



मैंने कौन सी गली छोड़ी?

रात को जागकर हंसने वाले दोस्त

कभी वे हँसे और कभी वे आपस में लड़े

मैं आज इन दोस्तों के साथ एक पल साझा करने के लिए लंबे समय से हूं



دوستی نہیں رہی زمانے میں 


آپ لوگ دوستی نہیں مذاق کرتے ہیں 



दोस्ती हो गई

आप लोग मजाक नहीं कर रहे हैं



ملے الجھنوں سے فرصت تہ ذرا دل سے پوچھ لینا 


کیا دوستی یہی ہے صرف فرصتوں میں یاد کرنا 



भ्रम से पूछने का अवसर ले लो

क्या दोस्ती सिर्फ समय की बात है?



دوست دوست نہیں دل کی وفا ہوتے ہیں 


محسوس تب ہوتے ہیں جب وہ جدا ہوتے ہیں 


दोस्त वफादार होते हैं, दोस्त नहीं

भावनाएं तब होती हैं जब वे अलग हो जाते हैं




آج زندہ ہیں تو کل گزر جائیں گے 


کون جانے کب بچھڑ جائیں گے 


ناراض نہ ہونا ہماری شرارتوں سے اے دوست 


یہی تو وہ کل کل یاد آئیں گے گے 



यदि वे आज जीवित हैं, तो वे कल गुजर जाएंगे

कौन जानता है कि वे कब निकलेंगे

हमारे दोस्त, मेरी शरारत से नाराज़ मत होना

वही जो उन्हें कल याद रहेगा



اِک تیری یاد اُس پہ دسمبر کی سرد شام

ایسے میں دوست چائے کا اپنا خمار ہے

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